कोरोनाविरिडाए (Coronaviridae) वायरस का एक जीववैज्ञानिक कुल है। इसकी सदस्य जातियों को इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी से देखने पर सूर्यग्रहण में दिखने वाली कोरोना जैसे उभराव दिखते हैं, जिस से इसका यह नाम पड़ा। यह आरएनए वायरस होते हैं जिनमें आरएनए के एक-रेशा और उसे ढेपता हुआ प्रोटीन का एक खोल होता है। कोरोनावायरस इसी कुल का सदस्य हैं। कोरोनाविरिडाए कुल में लगभग 40 ज्ञात जातियाँ हैं, जिन्हें 23 उपवंशों, 5 वंशों और 2 उपकुलों में श्रेणीकृत करा गया है।[1][2]
कोरोनाविरिडाए (Coronaviridae) वायरस का एक जीववैज्ञानिक कुल है। इसकी सदस्य जातियों को इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी से देखने पर सूर्यग्रहण में दिखने वाली कोरोना जैसे उभराव दिखते हैं, जिस से इसका यह नाम पड़ा। यह आरएनए वायरस होते हैं जिनमें आरएनए के एक-रेशा और उसे ढेपता हुआ प्रोटीन का एक खोल होता है। कोरोनावायरस इसी कुल का सदस्य हैं। कोरोनाविरिडाए कुल में लगभग 40 ज्ञात जातियाँ हैं, जिन्हें 23 उपवंशों, 5 वंशों और 2 उपकुलों में श्रेणीकृत करा गया है।